मंगलवार, 6 अक्तूबर 2009

शाइनी आहूजा का शाइन(चमक)

भाई ! लोगो को तो अच्छे काम करके भी इतनी ख्याति नही मिलती है जितनी शाइनी आहूजा को बलात्कार के आरोप के बात मिली है | वाह क्या बात है एक नई कहावत बनने जा रही है बुरे का बोलबाला और अच्छे का मुंह काला |

इस तरह के कृत्य के लिए जहाँ भर्त्सना होनी चाहिए वही वह कहाँ गया क्या खा रहा है क्या पी रहा है यहाँ तक की वह सुबह बाथरूम में क्या करता है उसकी भी ख़बर मिल जाए तो वह भी कम है वो भी फोटो के साथ |

इस तरह की बातों से उसका कोई नुकसान नही होने वाला है बल्कि इससे उसकी मार्केट वैल्यू बढेगी और हो सकता है की कोई और शाइनी आहूजा कल हमारे सामने खड़ा हो |

यह एक सोचनिये विषय है की जहाँ हम महिलाओ की सुरक्षा की बात करते है वहां क्या इस तरह की बातें महिलाओं में असुरक्षा की भावना नही पैदा करती हैं |

क्या हम वास्तव में ऐसे कार्यों को सामाजिक बुराई मानते है यदि ऐसा होता तो मीडिया शाइनी को लेकर इसतरह कसीदें नही पढता |

इसतरह का प्रचार इस बुराई को दूर नही बल्कि इससे और भयानक बना देगा |

पर मीडिया की भी मज़बूरी है क्योंकि जो बिकता है वही दिखता बांकी सब जाए भाड़ में |

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1 टिप्पणी:

अजय कुमार झा ने कहा…

मैथिल जी..बिल्कुल वाजिब प्रश्न उठाये हैं आपने...
word verification....हटा दें..