गुरुवार, 13 अगस्त 2009

गैर बिरादरी में शादी रचाई और नौकरी गँवाई

मिंया बीवी राजी तो क्या करेगा काजी? यह कहावत मध्यप्रदेश सरकार के आला अफसरों के नजरिये से मेल नही खाती है | राज्य के आला अफसरों ने एक आदिवासी महिला को सिर्फ़ इस कारण नौकरी से निकल दिया क्योंकि उसने एक उच्च जाती के युवक के साथ शादी कर ली है |

अंतरजातीय प्रेम विवाह करने के कारन नौकरी गंवाने वाली हेमलता मंडलोई द्वितीय श्रेणी राजपत्रित अधिकारी हैं | वे गुना जिले के आरोन जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैं |

हेमलता को अपने अधीनस्थ अधिकारी अरविन्द शर्मा से प्यार हो गया | दोनों ने दिसम्बर में शादी कर ली | इस शादी के लिए हेमलता और अरविन्द ने छुट्टी भी मंजूर करायी | ग्वालियर के संभागायुक्त कोमल सिंह को यह शादी रास नही आई | उन्होंने अवकाश से लौटने के बाद हेमलता को बर्खास्त करने का आदेश थमा दिया | नौकरी से निकले जाने की वजह अंतरजातीय विवाह बताई गई है | आदेश में कहा गया है कि इस विवाह से सरकार कि छवि धूमिल हूई है | जबकि दोनों ने विवाह परिजनों कि सहमती से किया था | जबकि संभागायुक्त ने हेमलता के गायब होने कि कथित पुलिस रिपोर्ट को आधार मानकर कार्यवाही कर डाली | इस कार्यवाही में अवकाश नियमो एवं कर्मचारियों के जायज हक़ का भी ध्यान नही रखा गया | संभागायुक्त के आदेश खिलाफ हेमलता अदालत गई | अदालत के कियान्वयन पर रोक लगा दी है |

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