कवि ललित कुमार झा की दिल्ली पर एक व्यंगातमक कविता जो डेंगू को लेकर व्यंग किया गया है पर यह आज कल चल रहे स्वाईन फ्लू के प्रति बरती गई लापरवाही पर भी सटीक बैठती है पढ़ें और अपनी टिप्पणी भी दे आपकी बात हमें प्रेरणा देती है |
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